कब तक समझाता रहूंगा खुद को खुद के हांथो की थपकियां देकर। अभी टूटा नहीं पर टूट जाने को आहत सी महसूस करता हूं। मैं आज भी खुद से ही लड़ता हूं। ©Kamal Vishwakarma थपकियां #rain