सूरत में तो लाखो मिले हमे तो सीरत की ही चाहत थी ढूँढा मैंने हर जगह सीरत न मिली मुझे कही भी।। वो कहते है सीरत मे क्या सूरत ही बेमिसाल हर तरफ है मैंने कहा कि जब सीरत ही नहीं तो सूरत का क्या उसकी तो फितरत ही वक़्त के साथ बदलना है।।। ©Shira #Society_Needs_WayOfLife #nojoto2022#seeratsoorat#hindiloverpoetry #LostInSky