" आज का दिन भी तेरे बिन गुज़रा" बैठा रहा चकोर, चांद ना उतरा, सुख के दिल का, हो गया कतरा। मायूसी का दौर, घना छाया है कोहरा , आज का दिन भी, तेरे बिन गुज़रा। सजी कोई महफिल, न गायकी मुज़रा, रोहता चमन उदास, उल्फ़तों का उजड़ा। बंधी थी आस दिल में, खिला था चेहरा आज का दिन भी, तेरे बिन गुज़रा।। ©Anuj Ray # आज का दिन भी, तेरे बिन गुज़रा #Hopeless