पास आकर बैठो जरा हमारे अपना हाल-ए-दिल हम से कह लो, गुमसुम हो क्यों जो भी हो गिला शिकवा बातें करके दूर कर लो। हम तेरे यार और दिलदार हैं तुम्हारी किसी बात का बुरा न मानेंगे, समझेंगे तुम्हारे दिल की हर एक बात को हाथों में हाथ थाम लो। गुमसुम ना रहो तुम्हें गुमसुम देखकर हमारा दिल बेचैन हो जाता है, कभी छोड़ेंगे ना साथ तुम्हारा मेरे दिल की बात का यकीन कर लो। तुम्हारी खिलखिलाहट से ही तो रौशन है मेरी दुनियाँ और मेरा जहाँ, तुम्हीं मेरी पहली और आखिरी मोहब्बत हो इतना सा ऐतबार कर लो। तुम्हारे गुमसुम हो जाने से फिजाँ की रंगीनियाँ बेनूर लगने लगती है, अब ना रूठोगी और ना कभी गुमसुम रहोगी मुझसे ये वादा कर लो। ♥️ Challenge-698 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।