ये कैसा वक़्त है, जो इस क़दर आया है हर वक़्त ज़िंदगी पर मौत का साया है सुकून से सोया था जो कल रात आज सुबह उसे भी मेने तस्वीर में पाया है जो चल रहीं है ये साँसे तो अनमोल है किसी पल टूटी तो बेमतलब ये काया है हँसी-ख़ुशी ,इश्क़-मोहोब्बत,कसमें-वादे बिना तेरे ऐ ज़िंदगी ये सभी तो ज़ाया है कि क्यों तेरी फ़ितरत का कोई नियम नही है ए ज़िन्दगी.. इतना ही कह देती के वही पहले जाएगा जो इस दुनिया मे पहले आया है... Ankita.. #mera nazariya tere jane k baad.