( मौत मेरी खास रहेगी ) पार्ट -1 खुद टूट कर हौसला दिया... मै चीखी भी नहीं और सबने सुन लिया... मेरी कहानी में कहीं तुम्हारी कहानी छुपी थी मै समझ ना पाई पर तुमने समझ लिया,, मै चली भी जाऊं कहीं , तो गुजरने मत देना, मेरे काम को ज़िंदा रखना कहीं, बिखरने मत देना मुझे, मुझे सुनकर जब मुस्कुराओगे तुम कभी, तो कहीं ना कहीं मै भी मुस्कुराऊंगी। मेरी कहानियां सुनना सबको, नये दिलों को भी जितना चाहूंगी। जब मै ना रहूं, मेरी आवाज़ रहेगी, जीतेजी बेमतलब रही , पर मौत मेरी ख़ास रहेगी।। Sejal Verma. मै रहूं या ना रहूं....