तेरी सूरत को छूती ये बहकी बहकी हवाएं और ये सर्द रातों की फिजाएं कमाल करती हैं और ऊपर से ये तेरी कातिलाना निगाएँ बिन खंजर के ही घायल करती हैं मैं सद के जावा तेरे मुखड़े पे तेरी ये काली काली जुल्फें और उनसे भी ये घटाएँ सवाल करती हैं शायर DILकश ©SHAYAR ♤DILKASH♡ तेरी काली काली जुल्फें #जुल्फें #Ghatayen #सूरत #follow #Like #Comment #Dilkash #merikalamse #feelings Mr Ismail Khan