वक्त नहीं मिलता.... वो दफ्तर से थके हुए आए है.... उनकी थकान तो मेरे साथ बिस्तर पर करवटें बदलने से खत्म हो जाती है.... पर मेरी थकान का क्या जो उनसे दो घरी बात करना चाहती है.... पर उन्हें वक्त नहीं मिलता... कहती हूं दो घरी बस ठहरने के लिए तो उन्हें दफ्तर जाने की देरी रहती है... शाम को लौटेंगे तब कहूंगी इस इंतजार में रहूं तो उन्हें फिर आने में देरी होती है... उनकी मोहब्बत तो एक चादर की सिलवटों में खुश हो जाती है... पर मेरी मोहब्बत का क्या जो उनसे दो घरी प्यार से बतियाना चाहती है... इसके लिए उन्हें कभी वक्त नहीं मिलता... वक्त नहीं मिलता.... #mywritingmywords #mywritingmythoughts #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqhindiwriters #yqlove #yqdesire