हक़ीक़त में बस एक ख़्वाब ज़िंदगी! कभी शरबत से मीठी कभी कड़वा घूँट शराब ज़िंदगी! कभी ज़न्नत सी हसीं कभी दोज़ख से ख़राब ज़िंदगी! तेरी चाहत की तिश्नगी में प्यासी भटक रही सराब ज़िंदगी! OPEN FOR COLLAB✨ #बसएकख़्वाब • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.