गमगीन देशवासियों के मुखड़े हो गए थे, ना जाने उस दिन कितनों के टुकड़े हो गए थे। आज भी इंतजार माँ के नयन करते हैं, तुम्हारे देशप्रेमी तुम्हें नमन करते हैं। दीपों में जलते हुए नूर हो गए हो, हमसे ना जाने कितने दूर हो गए हो। सच्चे उनके पूरे वचन नहीं हो पाए, पिता को बेटे के अंतिम दर्शन नही हो पाए। ©Vishnuuu X Paras Birla✏️ #पुलावामा #बरसी #श्रद्धांजलि #PulwamaAttack