हर शाम तेरे नाम का इत्र मेरी रगों में यूं घुलने लगा कि मैं ना भी मुस्कुराऊ , मगर अंदाज बदलने लगा तेरी यादों के दर्द से मैं पीछा छूटआऊं कैसे कि मेरा तुझ में डूबा रहना मुझे अच्छा लगने लगा #NojotoQuote मुझे अच्छा लगने लगा