इज़हार इज़हार मेरा बस इज़हार ही है, इसे इकरार के तराजू में मत तोलना... तुम जैसे हो, नायाब बेमिसाल हो, कुछ और बनने के लिए अपनी पहचान मत खोना... इंतजार में भी शिकवे नहीं कुछ, बस ऐतबार को फीका होने ना देना... तुम रहो ना मुझमें मैं बन कर, परछाई की तरह, अंधेरे में मुझे कहीं खोने ना देना.. ©Sonu Suman #Sonusuman #TNTKBN #dilkibaat