जब भी दर पर आस लिए, ये तेरा दीवाना आता है, तभी अचानक याद तुम्हें फिर सारा ज़माना आता है। दुनिया भर की बात करोगी, उसी बात को छोड़कर, तुमको मेरे यार, मोहब्बत खूब छुपाना आता है। आँखों पर परदा रखती हो, जब भी मिलने आती हो, महफ़िल में सबसे हँसती हो, बस मुझसे शरमाती हो, सब लोगों से नज़र चुराकर, नज़र मिलाना आता है, तुमको मेरे यार मोहब्बत खूब छुपाना आता है। हम दोनों के बीच है कुछ, सब कहते हैं, कुछ मानते हैं। हम दोनों के बीच है क्या, ये बस हम दोनों जानते हैं। मुझको इन सब बातों से बस जी बहलाना आता है, पर, तुमको मेरे यार मोहब्बत खूब छुपाना आता है।। तुमको मेरे यार मोहब्बत खूब छुपाना आता है