ज़िन्दगी की लहरो मैं संतुष्टी की बडी कमी हैं, जहा भी देखो उस आँखो मैं बहूत नमी हैं, सहते हैं लोग क्या कुछ नही फिर भी कही आशाए थमी हैं बहूत नाज़ुक हैं धागे रिश्तो के दर्मिया एक दूसरे से फिर भी रिश्ते बनी हैं, जितना भी दोड लगा लो लंबा सा कही पे रुकना भी ज़रूरी है बस यही कहानी हैं ज़िन्दगी की संतुष्टी की बडी कमी हैं.. #zindegi #kavita #aapkediltak #like #comment #share #thankyou❤