हुस्न पर क़यामत तेरी मुस्कान है। इन अदाओं पे कुर्बान मेरी जान है। यूँ जो तिल है तेरे माहे रुख़सार पर। जैसे हुस्न का तेरे कोई दरबान है।। (Saani) #World_Wildlife_Day