शांती, दया, करूणा का वरदान होना चाहिए। यहां हर शख्स में बुद्ध भगवान होना चाहिए। ये कोई तपस्या नहीं है कर्मकांड की, ये समझने के लिए इंसान मे इंसान होना चाहिए। युद्ध नही सिखाता है बुद्ध कभी भी, पैरों मे ज़मीं आंखों मे आसमान होना चाहिए। पग पग बिछी हो चाहे कांटों की बोछारे, बस खुद के दिल में खुद के नेकी का प्रमाण होना चाहिए। घृणा से घृणा करो तुम्हें यक़ीनन हक है, ख्याल रखो मगर सच्चाई का सम्मान होना चाहिए। 🌹 *बुद्ध पूर्णिमा कि शुभकामनाएं* 🌹 ©anurag bauddh #ए #बुध्द_पूर्णिमा #India