ये जो सितम गुज़रा होता मुझपर तो क्या बात थी.... तुमसे होती मुलाक़ात वीराने में तो क्या बात थी.... कर लेते गुफ़्तगू दोनों यादों के सिरहाने बैठ कर.... तुम चूमकर कहती आंखें मेरी,बोलो क्या बात थी।। मोहब्बतकाशायर~ #mohabbatkashayar#thoughtsofrdr#मोहब्बतकाशायर#rishabhdevrathore