मेरे हिस्से का वो शख्स वफादार न था मेरी हसरत तुमको यह मीलाल रहा मैंने की हजार वफाएं वो एक बेवफा का हकदार न था मेरे दिल के जर्रे जर्रे पर उसका नाम था उसके दिल पर मेरा कोई हथियार न था मेरी रातों का वह एक सवाल बन गया था उसकी नींद में भी मेरा इंतजार था किसको हम दिल की यह कहानी सुनाते मेरी जिंदगी में कोई भी अखबार में था. ©"TIGER _THE FEARLESS TIGER" #GaneshChaturthi SaimaNisvani@077