मंहगाई जीवन की हर मोड़ पर चले पर कभी ऐसा दौर ना आया सब्जियां बोलें चीख कर😲 और तेल जोर से चिल्लाया😤 बीत गया वो समय जो कभी देखा था सरकार बनाने से पहले सोंच लेते पहले ही मौका था हम मंहगाई है बाबू बढ़ाने से बढ़ते है कोई हमें ऊपर तो कोई नीचे करते है अमीर हमें हंस के झेलते है और गरीब हमसे पल पल डरते हैं ©Surend bharti Writter #मंहगाई #rain