अभी कुछ बात बाकी है अभी कुछ राज़ बाकी है लरज़ते होठों पे उसके कई अल्फ़ाज़ बाकी हैं ठहर जाओ जरा लम्हों.. मुझे दीदार करने दो ज़रा देखो न उसकी आँखों में सैलाब बाकी है।। ®®निशांत सिंह(आशीष) #love#dard#shayari#separation