#OpenPoetry अपनी सोच में तब्दीली लाकर तो देखो, बेवजह कभी मुस्कुराकर तो देखो। शिकायत तो हर शख्स को है, कभी किसी का शुक्रिया जता कर तो देखो। अपने हक़ में तो हर कोई दुआ करता है, किसी ग़ैर की अर्ज़ी लगा कर तो देखो। वक़्त के साथ हर कोई बदल जाएगा, तुम फ़ासलों में थोड़ा जाकर तो देखों। मुक़म्मल रहेगा किरदार मेरा, तुम वादें कोई निभाकर तो देखों। ज़िन्दगी बबहुत ख़ूबसूरत है, आईने के सामने मुस्कुराकर तो देखों।।। #OpenPoetry अपनी सोच में तब्दीली लाकर तो देखो