आँखों का काजल तुम्हारा बिखरा तो रातों को तकिया मेने भी भिगोया था तुम्हारे जाने के बाद, बंद कमरे में चुपके चुपके मैं भी बहुत रोया था पर खैर छोड़ो तुमने मेरे प्यार को शाजिस समझा मैंने तो तुमसे निस्वार्थ प्रेम किया था #happiness #hatefakepeople #YourQuoteAndMine Collaborating with Sapna Rathour #meripreet