ऐ जिंदगी..... गर हवा होता मैं, तो तुझसे लिपटने की इजाजत नहीं लेनी होती मुझे, गर ख्वाब होता मैं, तो तुमसे मिलने की इजाजत नहीं लेनी होती मुझे, लेकिन तुम तो हमसे धिरे - धीरे रेत की तरह फिसलती चली गई और एक याद बनकर तनहा कर गई हमे। गर आईना होता मैं, तो तुझे देखने की इजाजत नहीं लेनी होती मुझे। कुमार अमित - ऐ जिंदगी..... #nojoto.com#love#yade#intjar#sayari#quotes#story#AK