नदी सा बहता मैं हर बार तुम्हारी स्मृतियों के समंदर में जा मिलता हूँ । तुम्हारी स्मृतियां बांध की तरह है जो रोक लेती है मुझे मुझसे मिलने पर । - मयंक 🌻 ©Ibraheemology #alone #truelove #SadPoetry #DrAhmedIbraheem #Love #OneSeason