चार दीवारी से बनें किसी मकान में जब श्वास लेता है प्रेम, बनते हैं कुछ रिश्ते, बुने जाते हैं कईं ख्वाब, कुछ के पुरे होने और कुछ टूट के जाने के लिये और लिखी जाती है इन यादों की जब एक किताब जिसे रखा जाता है सहेजकर किसी दराज में तब, तब वो चार दीवारी से बना मकान बन जाता है , घर। #wayward #home