बाहों में आते है वोह जब दिन ढल जाए और आसमान में चाँद मिकलता हैं ऐसी मुलाकातों में मेरे दिल के अरमानों को बड़ा सुकून मिलता हैं अब वोह साथ मेरे नहीं , दोष उस चाँद को दे या अपनी किस्मत को मेरी ज़िन्दगी का हर एक क्षण आज भी सिर्फ मेरे मेहबूब के लिए धड़कता हैं 🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝 ©Sethi Ji 💘 इंसान और तन्हाई 💘 किसी का प्यार किसी के लिए दुआ बन जाता है यह इश्क़ हर दिन नया गुल खिलाता हैं ।।