आज मेरे शहर में बारिश हुई है जब भी इन बारिशो को देखता तुम्हारे साथ बिताये हर यादे ताजा हो जाती तुम्हे याद है न बारिशो के दिनों में हमे घण्टो मिल जाया करते थे अपने मोह्हबत के गुफ्तगू के लिये जब भी आसमा से बारिशो का बूंद टपकता था हमारे दिलों में साथ कुछ और पल बिताने का सुकून मिल जाया करता था तुम्हे याद है न उन दिनों की बारिशो में बिताये लम्हे तुम्हे याद है न