हमारे चहरे पर मुस्कान देखने के बाद, चैन की नींद सोता है बाप। दर्द आते हैं अगर नसीब में हमारे, तो धाल बनकर सामने खड़ा होता है बाप। गिरवी रखकर सारे ख़्वाब खुदके, हमारे सपने पिरोता है बाप। देख ना लें हम कहीं आंसू उनके, इस खातिर हमसे छुपकर अकेले में रोता है बाप।। हमारी खातिर पूरी दुनिया से लड़ जाए, ऐसा होता है बाप। हमारी सारी खुशियां ख़रीद सके, इस खातिर दूसरों के बोझ ढोता है बाप। खुदके ज़ख्मों पर बिना मलहम लगाए, हमारी सिर्फ खरोंच पर परेशान होता है बाप। हमारी पहली किलकारी, हमारे पहले कदम और हमारी हर छोटी से छोटी शरारत की याद भी, ताउम्र दिल में सिंझोता है बाप।। हमारे कहे बिना जो हमारी सारी बातें जान लें, ऐसा होता है बाप। ✍️R.Anand I love you dad😊🤗 thanks for everything 🤞