वो कल भी थी वो आज भी है मेरे बदलते अंदाज में बदलता मिजाज भी है वो अच्छे दिन मैं भी थी वो आज मेरे बुरे में भी है मेरे पूरे में भी थी कुछ आज मेरे अधूरे में भी है मेरे गिरने पर भी वो थी मुझे संभालने में भी उसका हाथ था मुझे साथ मांगने नहीं आता मगर बिना मांगे भी उसका साथ था ©Dipak Jha वो कल भी थी वो आज भी है मेरे बदलते अंदाज में बदलता मिजाज भी है वो अच्छे दिन मैं भी थी वो आज मेरे बुरे में भी है मेरे पूरे में भी थी कुछ