डरते हो इश्क़ से , फिर भी खुले-आम ईबादत करते हो खुदा भी जानता है , जो तुम अपने जज़्बातों से बगावत करते हो प्यार होना है एक दिन , कौन रोक पाया अपने आवारा दिल को ऐसा लगता तुम बस , दिखाने के लिए शराफत करते हो मोहब्बत निराशा नहीं , जीने की उम्मीद देती है मेरा मेहबूब साथ नहीं पर , उनकी यादें आज भी सुकून की नींद देती हैं ✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨ 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 ©Sethi Ji हम सब राही है एक मंज़िल के पर कोई सामने से इश्क़ करता नहीं यह उम्र का तर्काज़ा है दोस्तों यह मन मोहब्बत बिन मानता नहीं लहराती है मेरी प्यार की कश्ती चारों तरफ अपने मांझी की तलाश में