कोई ढूँढों मुझे, खो गई हूँ जीवन की पहेली में, संगी साथी सहेलियों में, बच्चे की मीठी लोरियों में, जीवनसाथी के साथ अठखेलियों में, कोई ढूँढों मुझे, खो गई हूँ जीवन की पहेली में। मैं कहाँ रहती हूँ, सहेलियों को मनाने में, मैं खुद को भूल जाती हूँ, बच्चे के साथ माँ बन जाती हूँ, जीवनसाथी के साथ, उसकी संगिनी का धर्म निभाती हूँ, सब रिश्तों को निभाने में, मैं खुद को भूल जाती हूँ, अपने लिए क्या सोच पाती हूँ, घर संसार की ख़ुशी में, मैं भी खुश हो जाती हूँ। कोई ढूँढों मुझे, खो गई हूँ जीवन की पहेली में, गृहिणी की परिभाषा को, पूरा करती जाती हूँ। इससे अलग कुछ और कहाँ सोच पाती हूँ। कोई ढूँढों मुझे, खो गई हूँ जीवन की पहेली में। कभी कभी हम इस तरह खो से जाते हैं दुनिया में कि ख़ुद को मिलते ही नहीं। #ढूँढोमुझे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi