शिद्दत की चाहत अगर यही है,तो क्या प्रेम सही है। प्रेम तो खुद को मिटाने का नाम है, दरिंदे है जो प्रीत में करते गलत काम है। चाहतों का सिलसिला तो कुछ इस कदर होता है, मिट जाती है हस्ती पर प्यार न बदनाम होता है। अपनी जिद को न प्यार का नाम दो, न कर सको वफा तो अपनी भावनाओं को विराम दो। ©Ritu shrivastava #pyarORdhokha💔💔💔