हर तरफ कौराना का कहर है फिजाओं में घूला यूँ जहर है रफ्तारओ ने दम तोड़ा है जहाजों ने गर्जना छोड़ा है जिंदगी घर में कैद है मेरा यह कैसा ठहरा सा शहर है हर तरफ कोरोना का कहर है सोशल डिस्टेंस सुना जा रहा है साथ रहकर भी फासला बना है अपना अपने में आने को बेबस है आया विदेश से मौत का मंजर है हर तरफ कौराना का कहर है सिरफिरे बेवजह सड़क पर खड़े हैं सबक सिखाने को उन पर डंडे पड़े हैं मानव जीवन यह बहुत अनमोल है सख़ती बरतो वरना मौत की कहर है हर तरफ कोरोना का कहर है केरोना