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यदि आप अपने आसपास, किसी प्रकार का दबाव का अनुभव कर

यदि आप अपने आसपास, किसी प्रकार का दबाव का अनुभव कर रहे हैं। या आप कई  महीनों या सालों से;  किसी प्रकार का; बंधन महसूस कर रहे हो, और सोच रहे हो की, क्या यह परमेश्वर की ओर से है;..?  तो मैं शायद आपको यह बताना चाहता हूं: कि परमेश्वर की इच्छा कभी नहीं रही, की उसकी संतान, दर्द या  विषाद में अपना जीवन  व्यतीत करें ।   आज के संदेश के द्वारा हम इसे समझते हैं।  आज का टॉपिक है।                                                             उसके अद्भुत प्रकाश में जीएं ।                                                 
 और पिता का धन्यवाद करते रहो , ... उसी ने हमें अन्धकार के वश से छुड़ाकर; अपने प्रिय पुत्र के राज्य में प्रवेश कराया। ( कुलुस्सियो १ ; १२-१३ ) । मैं परमेश्वर से चाहूँगा, कि परमेश्वर की सारी संताने समझ ले; कि ऊपर का वचन कितना शक्तिशाली है ! यह कहता है, कि हम अंधकार के राज्य से छुड़ाकर; परमेश्वर के प्रेमी पुत्र के राज्य में लाए जा चुके है । आप अभी वहीं पर है ! किंतु एक मसीही; जो इसको नही समझता है, वह अंधकार का जीवन जीएगा, अंधकार के विचारो को सोचता हुआ , जहां से वह वास्तव में निकाला जा चुका है । अंधकार का अर्थ पाप , मृत्यु , बुराई , और वे सारी नकारात्मक वस्तुएं है, जो शैतान से जुड़ी हुई है । आप हर उस वस्तु से बाहर निकाले जा चुके है; जो शैतान की है, और परमेश्वर के प्रकाश के राज्य में; लाए जा चुके है । याद रखिए , अंधकार प्रकाश पर जय नही पा सकता । तो अगर आप कहते है , " मैं अपने जीवन में; शैतानी दबाव का अनुभव कर रहा हूँ , " तो सवाल यह होगा , “ आप कहाँ है ? शैतान आपको कहाँ मिले ? " अगर आप उस व्यक्ति की तरह नही जीएँगे, जो परमेश्वर के प्रिय पुत्र के राज्य में; लाया जा चुका है , तो आप परमेश्वर के प्रिय पुत्र के अधिकार में; नही चल सकते । आपको समझना , पहचानना , और उस व्यक्ति की तरह जीना है, जो जानता है कि; वह अंधकार के प्रभुत्व से निकाल कर, परमेश्वर के अद्भुत प्रकाश में लाया जा चुका है । गलातियो ५ ; १ कहता है , “ मसीह ने स्वतंत्रता के लिये हमें स्वतंत्र किया है ;  इसी में स्थिर रहो , और दासत्व के जूए में, फिर से न जुतो । दासता के बंधन में, फँसना मना कर दीजिए । अपना स्थान बदलिये ; यह कहकर अपना स्थान बदल दीजिए , आज से , मैं अंधकार के प्रभाव, या नियंत्रण में; रहना अस्वीकार करता हूँ , जो, इस वर्तमान विश्व पर शासन करता है ; मैं मसीह के साथ सामर्थ , महिमा , भव्यता में बैठा हूँ ; शैतान और अंधकार के, दानवो के ऊपर, प्रबलता में । " धन्य हो परमेश्वर ! कोई आश्चर्य नही, कि पतरस ने घोषणा क

यदि आप अपने आसपास, किसी प्रकार का दबाव का अनुभव कर रहे हैं। या आप कई महीनों या सालों से; किसी प्रकार का; बंधन महसूस कर रहे हो, और सोच रहे हो की, क्या यह परमेश्वर की ओर से है;..? तो मैं शायद आपको यह बताना चाहता हूं: कि परमेश्वर की इच्छा कभी नहीं रही, की उसकी संतान, दर्द या विषाद में अपना जीवन व्यतीत करें । आज के संदेश के द्वारा हम इसे समझते हैं। आज का टॉपिक है। उसके अद्भुत प्रकाश में जीएं । और पिता का धन्यवाद करते रहो , ... उसी ने हमें अन्धकार के वश से छुड़ाकर; अपने प्रिय पुत्र के राज्य में प्रवेश कराया। ( कुलुस्सियो १ ; १२-१३ ) । मैं परमेश्वर से चाहूँगा, कि परमेश्वर की सारी संताने समझ ले; कि ऊपर का वचन कितना शक्तिशाली है ! यह कहता है, कि हम अंधकार के राज्य से छुड़ाकर; परमेश्वर के प्रेमी पुत्र के राज्य में लाए जा चुके है । आप अभी वहीं पर है ! किंतु एक मसीही; जो इसको नही समझता है, वह अंधकार का जीवन जीएगा, अंधकार के विचारो को सोचता हुआ , जहां से वह वास्तव में निकाला जा चुका है । अंधकार का अर्थ पाप , मृत्यु , बुराई , और वे सारी नकारात्मक वस्तुएं है, जो शैतान से जुड़ी हुई है । आप हर उस वस्तु से बाहर निकाले जा चुके है; जो शैतान की है, और परमेश्वर के प्रकाश के राज्य में; लाए जा चुके है । याद रखिए , अंधकार प्रकाश पर जय नही पा सकता । तो अगर आप कहते है , " मैं अपने जीवन में; शैतानी दबाव का अनुभव कर रहा हूँ , " तो सवाल यह होगा , “ आप कहाँ है ? शैतान आपको कहाँ मिले ? " अगर आप उस व्यक्ति की तरह नही जीएँगे, जो परमेश्वर के प्रिय पुत्र के राज्य में; लाया जा चुका है , तो आप परमेश्वर के प्रिय पुत्र के अधिकार में; नही चल सकते । आपको समझना , पहचानना , और उस व्यक्ति की तरह जीना है, जो जानता है कि; वह अंधकार के प्रभुत्व से निकाल कर, परमेश्वर के अद्भुत प्रकाश में लाया जा चुका है । गलातियो ५ ; १ कहता है , “ मसीह ने स्वतंत्रता के लिये हमें स्वतंत्र किया है ; इसी में स्थिर रहो , और दासत्व के जूए में, फिर से न जुतो । दासता के बंधन में, फँसना मना कर दीजिए । अपना स्थान बदलिये ; यह कहकर अपना स्थान बदल दीजिए , आज से , मैं अंधकार के प्रभाव, या नियंत्रण में; रहना अस्वीकार करता हूँ , जो, इस वर्तमान विश्व पर शासन करता है ; मैं मसीह के साथ सामर्थ , महिमा , भव्यता में बैठा हूँ ; शैतान और अंधकार के, दानवो के ऊपर, प्रबलता में । " धन्य हो परमेश्वर ! कोई आश्चर्य नही, कि पतरस ने घोषणा क #बात #nojotovideo

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