मेरा कमरा कई बार बरबाद हुआ , उजड़ा मैं... बड़ी मुश्किलों से गुज़रा मैं... तन्हाईयां , मजबूरियां , अकेलापन , सन्नाटे मैंने कैसे - कैसे दिन काटे एक ख़ाली कमरा था मेरे पास लोगों ने कहा , किराये पर दे दो... अकेलेपन की बला टल जायेगी... हालात भी थोड़ा सम्हल जायेगी ... पर मैं ऐसा कर न सका जानती हो क्यों ...? क्यूंकि उस कमरे का नाम था - दिल वहीं कमरा जिसकी छतें प्यार भारी जागती रातों की कहानी कहा करती थी ... वहीं दिल जिसमें तुम रहा करती थीं... सुनो ... ये कमरा आज भी खाली है किसी सालगिरह या किसी त्योहार पर चली आना ... कभी दुनिया से थक जाओ, तो वापस घर चली आना ....!!! #मेरा #कमरा