गुजरता ही नही इक पल जो तुम्हपे थमसा गया मेरा आज और कल गुजरता ही नही इक पल जब तक मै ना सोचू क्या तू भी सोचती होगी मुझे दिन और रात हर दम गुजरता ही नही इक पल जब तक ना याद करू तेरी आंखें जीसमे दिखाई दे नीला असमान . गुजरता ही नही इक पल जब तक जिक्र ना कर लू वो तेरी पलके झपकाना जीसमे नजर आये मुझे उडती तितलियों का मंजर . गुजरता ही नही इक पल जब तक देख ना लू मेरे हाथ से हाथ, हथेली से हथेली बस तू मुझे अपनी बाहों में पकडे ख्वाब. गुजरता ही नही इक पल जब तक महसुस ना कर लू तेरा वो स्पर्श जो नही हे किसी जन्नत से कम . गुजरता नही मेरा इक पल जब तक खुद्द को तस्सली ना दे दू चलना है तेरे संग जिंदगी के अनगिनत कदम . क्या तुम्हे पता है ? सच मे गुजरता ही नही इक पल जो तुम्हपे थमसा गया मेरा आज और कल . "गुजरता नही एक भी पल..... #khwaishemohabbat #lovedreams ✍️kavi_Bibhishan Giri