मेरे हर अच्छे-बुरे में, मेरा हाथ थामोगी क्या.? मैं चाहे दुनिया जीत लूँ, या हार जाऊँ, हर पल मेरा साथ दोगी क्या.? वैसे तो शिमला, मनाली, गोवा सब जाते हैं, मेरे साथ केदारनाथ चलोगी क्या.? ©Abhinav singh केदारनाथ