हौसला काफिर का तोड़ा नहीं करते नासूर जख्म को छेड़ा नहीं करते किया हो घायल जिस खंजर ने तुमको वहीं खंजर अपनो पर घोपा नहीं करते ***** आग सीने में वो आज भी जलती है आजादी मेरी मुझे आज भी खलती है मजबूर हूं जो कैद हो गया यहां पर मेरी मौजूदगी से तन्हाई भी डरती है ***** ना डरा मुझे मै आगोश में नहीं हूं तराना हूं मै खामोश नहीं हूं ये मत समझना के होश में ना रहा खो गया हूं मै मदहोश नहीं हूं **** ©रामवीर गंगवार #आगोश #रामवीर #आगोश