आज़ादी का दिन है Freedom from Evil Thoughts लोग क्या कहेंगे... मन थोड़ा सा आहत हुआ, फिर मन ने ही प्रश्न किया, तुम मेरे वश में हो क्या? पलभर में विष उतर गया, मन स्वयं वश में आया, अन्तर्मन ने समझाया अपना कर्त्तव्य कैसे पूरा करोगे,