यादों में रोज आकर अपना नाम जुबाँ तक ला रही है नये नये बहाने बनकर वो लड़की मेरे पास आ रही है दूर होकर भी उसने निभाया है कुछ रिश्ता इस तरह कि मेरी सलामती को आज भी वो सिंदूर लगा रही है #शादी #शायरी #poem #love #marriage 🥀Shad Khan🥀