कि हम यूं बिछड़ जाऐंगे। दिलों के तार संग उलझ कर यूँ अलग हो जाऐंगे। जाने किसकी नज़र लग गई कि हम मिलकर भी ना मिले, संग चलकर भी अलग हो गए। यादों का पिटारा अदल-बदल कर चल पड़ेंगे यूँ भिन्न तब कौन जानता था। तब कौन जानता था! कि यही होगा जो अब हो रहा है। #कौनजानताथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yourquote #yqbaba #think_and_sharpen #sanjana_saxena