चांद की चमक देख, सब ईश्वर से अपने चांद की सलामती की मांग रहे है, सच्चे मन से दुआ। हमारा तो चांद ही मुंह मोड़, कहीं छुप गया है हमसे जैसे चांद की चमक ही धुंधली पर गायी हो, ये चांद नहीं मानो बुझी आग की राख़ का हो धुआं।। #dhuaa #nojotopoem #nojotohindi