अवसादित जीवन में सकारात्मकता की अग्नि धूमिल कर देती है सारी चिंताओं को और जन्म देती है नवस्वप्नों को यह बात हम पर निर्भर करती कि हमें दुःखों की अग्नि में जलकर खाक होना है या सपनों को जन्म देने वाली अग्नि को उद्दीपित करना है। Depends on you #अनाम #अनाम_ख़्याल #अवसाद #दुःख #स्वप्न