यादों की हिकायत, मेरी सारी जुड़ी तुझसे हैं जबसे मिला है तू, ज़िन्दगी खूबसूरत अब से है तुझसे लिखने का हुनर, सीखा है हमने तेरे मार्गदर्शन से, ख़ुद को काबिल बनाया है हमने एक नया रास्ता मिला, जुड़ा जो तुझसे मेरा रास्ता ऐसा लगे सारे जहांँ को छोड़, मेरा एक तुझसे वास्ता दिल में छुपे मेरे दर्द का, तूही एक मात्र सहारा तुझसे दूर रहूँ मैं, ये भला मुझे कहांँ गवारा खोए हुए एहसास, लिख कर भी यहाँ जग जाते हैं सारे ग़म जो इन कोरे काग़ज़ पर बिखर जाते हैं बड़े काम की है ये शब्दों की दुनिया, क्या अपना क्या पराया हम सब लेखकों ने, इन शब्दों को ही अपनी सम्पूर्ण दुनिया बनाया हर रोज़ तेरे आशिर्वाद से, कुछ नया लिख जाती हूँ मैं शब्दों का ध्यान रख, बड़े प्यार से कलम चलाती हूँ मैं 🎀 Challenge-222 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। जिस तरह जीवन के लिए पानी अनिवार्य है बिल्कुल उसी तरह अब लगता है योरकोट YourQuote भी अनिवार्य हो गया है। बिना इसके कुछ अच्छा नहीं लगता है। आज आप सब अपने शब्दों में योरकोट से जुड़ी यादें लिखेंगे।