काले बादलों के साथ मौसम लौट आया है बहुत समय के बाद एक बदलाव आया है सूरज मानो पूर्व से नहीं पश्चिम से निकल आया है कुछ वक्त के लिए ही सही पर ये यकीन तो आया है जैसे काले बादलों के साथ मौसम लौट आया है बरसने दो इन बादलों को मरहम बन कर उन पत्तों पर जो सदियों से तरसे थे चटक की तरह खिलने को, निश्छल साफ-सुथरी बारिश में भीगने को हवा में मानो वो बचपन लौट आया हो सुबह कोयल की मधुर कुऊ कुऊ की आवाज, चमकीली धूप लिए साथ आंगन में लौट आया है लिखने को छोटा पड़ गया है पन्ना ये मानो दिल भी यादों के बगीचों की तरह खिल आया है फिर एक बार काले बादलों के साथ मौसम लौट आया है ✍✍SUSHIL KUMAR…. #काले बादलों के साथ मौशम लौट आया है,,,✍✍✍ शिमला वाले शर्मा जी ऊषा माथुर Sandeep Rajpoot 🗡️🗡️