वक्त था कभी जब हिस्से थे तुम वक्त आज भी है पर किस्से हो तुम ये सफर कुछ ज्यादा नही पर खत्म न हो सका कभी दिल भर आता होगा तेरा भी इसी बात पे पर तु रो न सका कभी उम्मीद तुझसे तूने ढूढ़ने की तक कोसिस न कि कभी लापरवाही मेरे दिल की ,तुझे खो न सका कभी और तू बन गया किसी और का किस्मत मेरी मैं अपना भी हो न सका कभी ,,,vimal. gwasikoti💐... purana wala,,,,