सब भूल जाते किसी को कोई याद ना करता, किसी के लौट आने की कोई आस ना करता, ना याद करता उनको जो साथ छोड़ गए, उन बीते लम्हो की कोई बात ना करता, तकलीफ कम हो जाती, जरा सुकून मिलता, ना किसी के होते, ना कोई बर्बाद करता, ना किसी के मैसेज का इंतज़ार, ना किसी के आने का, अकेले रहते किसी से कोई प्यार ना करता, Kabhi sach ho gy ye spna Naa sath rhega koi apna Jha sari takleef bs khudki hogi Jha saari khusi khudki hogi, Jha keval aashu khudke bahenge, Jha saare drd hum khud rhenge, Naa kisi ka kandha rone ko milega, Na sath chlne ko kisi ka sath milega,