जब दिल किसी का इंतजार करने लगे, निगाहें जब राहों पर टिकी रहने लगें दिल को सुकून नहीं आए कहीं भी, दिल हर पल बेकरार सा रहने लगे। जब हो जाता है प्यार तो दिल क्या करे..... जब आँखों में नए नए ख्वाब सजने लगे, दिल दीदार-ए-यार करने को तड़पने लगे। जिसके नाम से लबों पर हंसी आ जाती हो, नाम लेने से ही दिल की धड़कनें बढ़ने लगे। जब हो जाता है प्यार तो दिल क्या करें...... दिल बस प्यार की भाषा समझने लगे, हर घड़ी यार से मिलने को मचलने लगे। दिल पर खुद का इख्तियार रहता नहीं, साँसे भी उसी के नाम से आने जाने लगे। जब हो जाता है प्यार तो दिल क्या करें...... पतझड़ भी बसंत बहार सा लगने लगे, दिल में चाहत की कलियाँ खिलने लगे। दिल को उसके सिवा कोई जँचता नहीं, दिल हर पल दुआ में उसी को चाहने लगे। जब हो जाता है प्यार तो दिल क्या करें...... ♥️ Challenge-705 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।