बाधायें आती है आएं , हमको ना है अब किसी से डर। हमारा काम है अनवरत चलना फिर बाधाओं का क्या है डर। मंजिल आसानी से मिलें ऐसे तो, ख्वाब नहीं है मेरे, मुश्किलों से राह बदल दूं इतनी भी नादान, नाजुक नहीं। बिना फल की चिंता में मुझे है अपना कर्म है करना। होगा आखिर वही जो मेरे लिए हो सही। बाधायें आती है आएं, हमको ना है किसी का डर सपनो की मीठी चाहत में हंस के आगे बढ़ रही। "मेरी कलम मेरे जज़्बात" ©Minchi jain #बाधायें #Motivation #thought #positivity #positivevibes #Dream #Tranding #post #Poetry