Nojoto: Largest Storytelling Platform

प्रात: दन्तधावनङ्कृत्वा, स्वजनकञ्जननीञ्च नत्वा। त

प्रात: दन्तधावनङ्कृत्वा, 
स्वजनकञ्जननीञ्च नत्वा।
ततश्च भगवत्भजनङ्गीत्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

प्रात: दांतों की सफाई करके(Brush) अपने माता-पिता को नमन करके भगवान का भजन गाकर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए।

पौष्टिकमल्पाहारं भुक्त्वा,
विद्यालयाय सज्जो भूत्वा।
समये विद्यालयम् आप्त्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

पौष्टिक अल्पाहार करके विद्यालय हेतु तैयार होकर समय से विद्यालय पहुंच कर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए ।
 
सन्ध्याकाले क्रीडित्वा,
दूरदर्शनमीक्षित्वा।
अग्रजैस्सह वार्ताङ्कृत्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

सायंकाल में खेल-कूद करके दूरदर्शन देखकर बड़ों के साथ वार्तालाप करके तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए।

कवि:- अभिषेककुमार

©Abhishek Choudhary Sanskrit #Books
प्रात: दन्तधावनङ्कृत्वा, 
स्वजनकञ्जननीञ्च नत्वा।
ततश्च भगवत्भजनङ्गीत्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

प्रात: दांतों की सफाई करके(Brush) अपने माता-पिता को नमन करके भगवान का भजन गाकर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए।

पौष्टिकमल्पाहारं भुक्त्वा,
विद्यालयाय सज्जो भूत्वा।
समये विद्यालयम् आप्त्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

पौष्टिक अल्पाहार करके विद्यालय हेतु तैयार होकर समय से विद्यालय पहुंच कर तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए ।
 
सन्ध्याकाले क्रीडित्वा,
दूरदर्शनमीक्षित्वा।
अग्रजैस्सह वार्ताङ्कृत्वा,
मनसा कार्यम् अध्ययनम्।।

सायंकाल में खेल-कूद करके दूरदर्शन देखकर बड़ों के साथ वार्तालाप करके तत्पश्चात् मन लगाकर अध्ययन करना चाहिए।

कवि:- अभिषेककुमार

©Abhishek Choudhary Sanskrit #Books